दो लाख रूपए के लूट की वारदात निकली फर्जी, उधार लिए रूपए को हड़पने के लिए बनाई थी योजना
अयोध्या पुलिस ने 24 घंटे के भीतर किया खुलासा
अयोध्या। महराजगंज थाना क्षेत्र में मंगलवार को सरायरासी के पास हुई लूट की घटना फर्जी निकली। थाना क्षेत्र के ही राजेपुर निवासी काशीराम ने असलहे के बल पर तीन बदमाशों पर एक लाख 70 हजार रुपये लूटने की सूचना पुलिस को दी थी। पड़ताल में जुटी पुलिस को घटना संदिग्ध लगी। जिसके बाद हुई कड़ाई से पूछताछ में फर्जी लूट की असली कहानी सामने आई।
पुलिस लाइंस सभागार में बुधवार को प्रेसवार्ता कर एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने मंगलवार को हुई दो लाख रुपये लूट की घटना का पर्दाफाश किया। बताया कि 24 मई की सुबह करीब 10.59 बजे डायल 112 पुलिस के माध्यम से सूचना मिली कि महराजगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सरायरासी के पास एक व्यक्ति से तीन बदमाशों ने असलहे के बल पर एक लाख 70 हजार रुपये लूट लिया है। जिसके बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस टीम कथित पीड़ित काशीराम यादव निवासी ग्राम राजेपुर थाना महराजगंज अयोध्या को सामुदाकिय स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंची। दिनदहाड़े लूट की घटना की सूचना पर एसएसपी समेत पुलिस के उच्चाधिकारी भी घटना स्थल पहुंचे। निरीक्षण के बाद गहनापूर्वक कार्रवाई को निर्देशित किया। वहीं काशीराम के लिखित तहरीर पर तीन अज्ञात बदमाशों के खिलाफ महराजगंज थाने में मुकदमा दर्ज कर पुलिस टीम छानबीन में लग गई। छानबीन से कोई सुराग हासिल नहीं हुआ जिससे घटना संदिग्ध प्रतीत होने लगी। पुलिस टीम कथित पीड़ित काशीराम से ही पूछताछ शुरू की तो वह टूट गया। एसएसपी के मुताबिक काशीराम ने पूरी कहनी उगल दी। उसने बताया कि उसने हरिराम पुत्र रामसमुझ निवासी इचौलिया थाना पटरंगा जनपद अयोध्या से दो लाख रुपये बतौर कर्ज लिया था। जिसके बाद हरिराम उधार चुकता करने को बार बार तगादा करने लगा। आजिज आकर उधारी देने को 24.05.22 को फोन कर बुलाया था। काशीराम यादव अपनी पत्नी रेखा देवी के साथ पूरा बाजार स्थित बैंक से पत्नी के खाते से एक लाख 70 हजार रुपये निकाला और रुपये पत्नी को देकर घर भेज दिया। हरिराम को रुपये वापस न करना पड़े इसलिए खुद सरायरासी के पास पहुंचकर असलहे के बल पर लूट की घटना का शोरगुल मचाया। यूपी डायल 112 पर भी मोबाइल से तीन बदमाशों द्वारा रुपये लूटने की सूचना दी।
वहीं पुलिस टीम कथित पीड़ित काशीराम यादव के बताने पर उसकी पत्नी रेखा देवी के पास पहुंची। जिसकी निशादेही पर एक लाख 70 हजार जो भूसैले में छिपाया था उसे बरामद कर ली। महराजगंज थानाध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह के नेतृत्व में 24 घंटे के भीतर घटना का अनावरण करना व किसी दूसरे को फंसाने के लिए वादी काशीराम पर आईपीसी की धाराओं में केस दर्ज कर मया बाजार तिराहा के पास से गिरफ्तार कर लिया।