मोहम्मद इरफान नन्हे मिंया ने ईद के इस मुबारक मौके पर गरीबों, बेसहारा लोगों को दी जकात, दिया मुबारकबाद
नन्हे बच्चें अल्फिशा,अरहान अंसारी,कशफिया सुल्तान व अलिशबा ने एकदूसरे को गले मिलकर दी ईद की मुबारकबाद
अयोध्या। रमज़ान का बरकतों वाला मुबारक महीना खत्म हो है। अलविदा हो चुकी है और अब ईद-उल-फितर मनाया गया। ईद का चांद दिखते ही लोगों के दिलों में खुशियों की लहर दौड़ गई। जिले में आज बड़े ही सादगी के साथ ईद की नमाज अदा की गई। ईद को कुछ लोग मीठी ईद भी कहते हैं। इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक शव्वाल महीने की पहली तारीख को ईद-उल-फितर कहा जाता है। एक महीने के रोजे़ पूरे होने के बाद यह खुशी का मौका होता है जब लोग एक दूसरे से गले मिलते हैं और ईद मनाते हैं। इस बार कोरोना कम होता ने के कारण लोगों ने दिल खोलकर ईद मनाई। हर तरह लोग एकदूसरे को ईद की मुबारकबाद देते नजर आये। ईद का त्योहार चांद देखकर मनाया जाता है। ऐसे में ईद का त्योहार कब मनाया जाएगा यह चांद देख कर ही तय होता है। हालांकि बीते दो साल की तरह इस साल कोरोना संक्रमण कम था। मस्जिदों में लोगों पूरे शिद्दत से नमाज अदा किये। बहरहाल खुशियों का यह त्योहार ईद हर साल मीठे पकवान सेवइयां आदि बनाकर और दोस्तों परिचितों से गले मिल कर मनाया गया। भाईचारे का संदेश देते इस खास दिन अपने हों या गैर सब गले मिल कर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दिया। ईद उल फितर के दिन आज सुबह जल्दी उठ कर नहा-धोकर नए कपड़े पहन कर मस्जिदों में ईद की नमाज के लिए गये। जहां सब कई सफों में इकट्ठा होकर अल्लाह की बारगाह में अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं और अपने रब का शुक्रिया अदा की। उन्हें अपने अल्लाह की ओर से रमज़ान के पाक महीने में इबादत करने का मौका मिला। इस मौके पर मुसलमान अमन-चैन और सबकी बेहतरी की दुआ करते की। इसके अलावा ईद के इस मुबारक मौके पर गरीबों, बेसहारा लोगों को जकात दी जाती है। नगरी के गंगा जमुनी तहजीब की जीती जागती मिशाल समाजसेवी मोहम्मद इरफान नन्हे मिंया अपने परिवार के साथ बड़े ही सादगी के साथ मुल्क की सलामती के लिए ईद की नमाज पढ़ी और एकदूसरे को मुबारकबाद देते हुए ईद मनाई। उनके साथ मोहम्मद इमरान अंसारी, सुल्तान अंसारी, अल्फिशा, अरहान अंसारी, कशफिया सुल्तान, अलिशबा ने धूमधाम से मनाई ईद।