अष्टोत्तरशत श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव शुक्रवार से

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November 23, 2022

राधा सर्वेश्वर भगवान की भव्य प्राण प्रतिष्ठा 28 को, 251 वैदिक आचार्य करेंगे भागवत जी के मूल पाठ का पारायण

नवनिर्मित श्री राधा मोहन कुंज
श्रीमद् जगद्गुरु निम्बार्काचार्य पीठाधीश्वर द्वाराचार्य श्री राधामोहन शरण देवाचार्य जी महाराज
महंत सनत कुमार शरण जी

सोमवार को राधामोहन कुंज में होगा महंताई समारोह, रामनगरी समेत पूरे देश से आये संत धर्माचार्यों का होगा अभिनन्दन

महोत्सव में जुटेंगे हजारों लोग, वैदिक आचार्य करेंगे पूजन

अयोध्या। राम नगरी अयोध्या के जानकी घाट स्थित नवनिर्मित भव्य श्री राधा मोहन कुंज सर्वेश्वर गीता मंदिर ट्रस्ट का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव 25 नवंबर शुक्रवार से समारोह पूर्वक शुभारंभ होगा। जिसमें अष्टोत्तरशत श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान महायज्ञ का दिव्य आयोजन होगा। व्यासपीठ से श्रीमद् भागवत कथा की अमृत वर्षा श्रीमद् जगद्गुरु निम्बार्काचार्य पीठाधीश्वर द्वाराचार्य श्री राधामोहन शरण देवाचार्य जी महाराज करेंगे।कथा सुबह 10 बजे से 1 बजे तक चलेगी। इसके बाद 251 वैदिक आचार्यों द्धारा भागवत जी के मूल पाठ का पारायण होगा। कार्यक्रम का मुख्य उत्सव राधा सर्वेश्वर भगवान की भव्य प्राण प्रतिष्ठा 28 नवंबर सोमवार को होगा जिसमें राधामोहन कुंज की महंताई समारोह भी होगा। जिसमें रामनगरी समेत पूरे भारत से संत धर्माचार्य शामिल होगे। आये हुए अतिथियों का अभिनन्दन श्री राधा मोहन कुंज सर्वेश्वर गीता मंदिर ट्रस्ट करेगा। मंदिर के महंत सनत कुमार शरण जी ने बताया कि यह सारा आयोजन पूज्य गुरुदेव श्रीमद् जगद्गुरु निम्बार्काचार्य पीठाधीश्वर द्वाराचार्य श्री राधामोहन शरण देवाचार्य जी महाराज के पावन सानिध्य में होगा। उन्होंने कहा कि नवनिर्मित श्रीराधा मोहन कुंज में पूज्य गुरुदेव भगवान की महंताई भी होगी। इस ऐतिहासिक दिव्य आयोजन में पूरे देश से हजारों शिष्य परिकर आयेंगे। महंत सनत कुमार शरण जी ने बताया कि नवनिर्मित मंदिर में एक दिव्य कथा मंडप 50 आधुनिक कमरे बनें है। उन्होंने कहा कि श्री राधा मोहन कुंज सर्वेश्वर गीता मंदिर ट्रस्ट द्धारा आये हुए सभी भक्तों को  नित्य प्रति दिन भोजन प्रसाद कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि हमारे वृंदावन आश्रम में जैसे अन्न क्षेत्र चलता है उससे भी भव्य अन्न क्षेत्र श्री अयोध्या जी में चलायेंगे। कार्यक्रम के व्यवस्थापक मंडल में हनुमानगढ़ी के महंत गौरीशंकर दास, जगद्गुरू रामानन्दाचार्य स्वामी रामदिनेशाचार्य, तुलसीदास जी की छावनी के महंत जनार्दन दास, मंगल भवन पीठाधीश्वर महंत कृपालु रामभूषण दास, राम महल वैदेही भवन के महंत रामजीशरण, राम हर्षण कुंज से जुड़े संत राघव दास है।

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