संतो, सरयू मैया व हनुमानजी की कसम खा कर कहता हूँ नहीं लड़ूंगा अयोध्या से चुनाव: सांसद कैसरगंज



कहा,अयोध्या धाम का कर्ज हम जीवन भर नही उतार सकते,रामनगरी के संतो का खून है हमारे अंदर
सांसद ने स्व महंत हरिशंकर दास,महंत ज्ञानदास महाराज, महंत डा रामविलास वेदांती, अधिकारी राजकुमार दास, महंत बलराम दास व पुजारी हेमंत दास का लिया नाम
अयोध्या। 5 जून को सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जन्मदिवस को ऐतिहासिक बनाने व उत्तर भारतीय के सम्मान को बुलंद करने के पावन उद्देश्य से कैसरगंज के लोकप्रिय सांसद अयोध्या के संतो के दुलारे बृजभूषण शरण सिंह लगातार संघर्ष करते हुए रोड पर पसीना बहा रहे है। उम्र के इस पड़ाव पर सांसद बृजभूषण शरण सिंह के परिश्रम को देख हर कोई तारीफ कर रहा है। नेताजी का अयोध्या के प्रति इतना लगाव देख अयोध्या वासी मुक्त कंठ से सांसद बृजभूषण शरण सिंह की तारीफ कर रहे है। आज अयोध्या की हर गलियों में सिर्फ नेता बृजभूषण की चर्चा हो रही है। अपने 5 जून के कार्यक्रम को और कसने व तैयारियों के क्रम में आज पूज्य परमहंस रामचन्द्र दास जी महाराज के समाधि स्थल पर सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने मत्था टेका। इसके बाद हवन पूजन कर संतों का आशीर्वाद लिया। महंत डा रामविलास वेदांती, श्रीराम बल्लभाकुंज के अधिकारी राजकुमार दास, हनुमानगढ़ी से महंत बलराम दास, महंत इन्द्रदेव दास, संकट मोचन सेना के कार्यवाहक अध्यक्ष पुजारी हेमंत दास, कामधेनु आश्रम के महंत महामंडलेश्वर आशुतोष दास नारायण मिश्रा सहित बड़ी संख्या से संत महंत ने सांसद बृजभूषण शरण सिंह का जोरदार स्वागत कर उनको दर्जनों गदा भेंट कर आशीर्वाद दिया। लोगों के इस प्यार दुलार अपना पन देख सांसद बृजभूषण शरण सिंह खुद को रोक न पाये और भावुक हो गये। उन्होंने बिना नाम लिये कहा कि कुछ लोग कह रहे है कि मेरा ये अभियान चुनावी है मुझे यहां से चुनाव लड़ना है। मै उन सभी लोगो को साथ में पूरे अयोध्या वासियों को ये आश्वासन देता हूँ सरयू मैया को साक्षी मान कर, संतो को साक्षी मानकर वचन देता हूँ कि मै अयोध्या से कोई चुनाव नही लड़ूंगा। उन्होंने कहा कि जैसे अयोध्या की रक्षा भरत जी महाराज ने नन्दी ग्राम से रहकर तपस्या करते हुए रामजी के खड़ाऊ रखकर की थी उसी प्रकार मै नन्दनी नगर बैठकर सरयू जी के उसपार रहकर सेवक की तरह अयोध्या वासियों की सेवा करुंगा संतो की सेवा करुंगा। सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मै नन्दनी नगर से ही सभी संतो की सेवा अनवरत करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि मेरे अन्दर संतो का खून है। जब मुझे खून चाहिए था तो हमारे बड़े भाई पूज्य महंत ज्ञानदास महाराज ने मुझे खून देकर मेरी जान बचायी थी उनका ऋण मै आजीवन नही उतार सकता हूँ। सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि जब मैं तिहाड़ जेल में बंद था तो अयोध्या के संतों ने गोण्डा में मेरे चुनावी रैली को सफल बनाया था ये सब संतों का प्रेम और आशीर्वाद ही है जो मै आज यहा हूँ। नेताजी अपने संबोधन में स्व महंत हरिशंकर दास,महंत ज्ञानदास महाराज, महंत डा रामविलास वेदांती, अधिकारी राजकुमार दास, महंत बलराम दास व पुजारी हेमंत दास का नाम लिये। इस सफल व ऐतिहासिक कार्यक्रम में नेताजी के करीबी नन्दनी नगर सज जुड़े महेंद्र त्रिपाठी का बड़ा योगदान रहा।