जानकी महल की ऐतिहासिक फुलवारी लीला शनिवार को, संतो का प्राप्त होगा सानिध्य

अयोध्या।वैष्णव नगरी अयोध्या श्री सीताराम विवाहोत्सव के उल्लास में डूबने लगी है। रामनगरी के मंदिरों में श्री सीताराम विवाहोत्सव का पर्व विधिविधान पूर्वक विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के मध्यम हर्षोल्लास से मनाया जाता है। अयोध्या के संत राम विवाह की तैयारी में मग्न नजर आ रहे हैं।मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम व जनकनंदिनी माता सीता के विवाह का मुख्य उत्सव अगहन शुक्ल पंचमी 28 नवंबर को होगा।पराम्बा जगदंबा भगवती जानकी के मायके के रूप में प्रचलित जानकी महल की स्थापना जानकी वर विहार कुंज के रूप में की गई थी। दूल्हा-दुल्हिन सरकार के रूप में विराजित युगल सरकार की नयनाभिराम जोड़ी की अष्टायाम सेवा उनके परिकर करते हैं। यहां प्रतिवर्ष नयनाभिराम विवाहोत्सव होता है। जिसका शुभारंभ शुक्रवार को सुबह रामार्चा पूजा से प्रारंभ हो गया है। जानकी महल के ट्रस्टी समाजसेवी आदित्य सुल्तानिया ने बताया कि रामार्चा पूजन के साथ अभिभावकों से प्रारंभ हो गया है सायं कालीन सत्र में रामलीला का अद्भुत प्रदर्शन हुआ जिसको देख सभी लोग मंत्रमुग्ध हो गए। 26 नवंबर को फुलवारी का कार्यक्रम होगा जिसमें अयोध्या के सभी संत महंत शामिल होंगे और 28 नवंबर को बारात निकाले जाएंगे रात्रिकालीन सत्र में विवाह संपन्न होगा।