रस्मोरिवाज के साथ निभाई जा रही परम्पराएं, रामलीला के माध्यम से निवेदित कर रहे अपनी आस्था
विवाह उत्सव में गुलजार है अयोध्या, मठ-मंदिरों में बज रहे मंगल
अयोध्या। राम विवाह महोत्सव पर अयोध्या के सैकड़ों मंदिरों में आयोजनों का दौर शुरू हो गया है। इस आयोजन को लेकर अयोध्या मंदिरों को रंग बिरंगे लाइटों व फूल मालाओं से सजाया गया है। तो वहीं इस आयोजन में शामिल होने के लिए दूर दराज से श्रद्धालु व पर्यटक अयोध्या पहुंच चुके हैं।राम मंदिर के भव्य निर्माण के साथ अयोध्या में राम विवाह महोत्सव का आयोजन बेहद खास स्वरूप दिया गया है। अयोध्या के कनक भवन, जानकी महल, राम हर्षण कुंज, विअहुती भवन, रंग महल, दशरथ महल बड़ा स्थान,करुणानिधान भवन, रंग महल, रसमोद कुंज सहित दर्जनों मंदिरों में राम विवाह महोत्सव को लेकर रामकथा व रामलीला मंचन के साथ धार्मिक आयोजन शुरू हो चुका है। वहीं राम हर्षण कुंज के श्रीराम मंत्रार्थ मंडपम में राम विवाह महोत्सव पर श्री किशोरी जी का जन्म मनाया गया जिसमें रामनगरी के विशिष्ट संतों का मंदिर के महंत अयोध्या दास महाराज व संत राघवदास जी ने स्वागत सम्मान किया।मंदिर के संत समाजसेवी राघवदास ने बताया कि रामलीला के माध्यम से हम अपनी आस्था अपने आराध्य के प्रति समर्पित करते है। हमारे यहां किशोरी जी प्रधान है। इसलिए पूरे रस्मोरिवाज के साथ मिथिला पद्धति से विवाह महोत्सव मनाया जाता है। राघव दास ने बताया कि रामलीला में सोमवार को नगर दर्शन मंगलवार को धनुष यज्ञ होगा। बुधवार को भगवान अपने अनुजों समेत रथ पर दुल्हा बनकर निकलेगें। हमारे यहां की राम बारात बहुत ही दिव्य व आकर्षक का केंद्र रहती है। तो वही 9 दिसंबर को रामकलेवा के साथ उत्सव का समापन होगा।