पूज्य श्री रामशंकर शरण बड़े पुजारी जी महाराज की 51वीं पुण्यतिथि सोमवार को
जहां राम विवाह उत्सव नहीं बल्कि आराध्य के साथ तादाम्य स्थापित कर उनके समीप जाने का माध्यम..
अयोध्या। रामनगरी में विवाह उपासना की मुख्य मंदिर जहां की पूजा पद्धति ही भगवान श्री सीताराम जी की विवाह ही है, उस मंदिर विअहुति भवन के संस्थापक आचार्य परमपूज्य श्री रामशंकर शरण बड़े पुजारी जी महाराज की पुण्यतिथि महोत्सव जो द्धितीया तिथि को पड़ता है। पूज्य आचार्य श्री की पुण्यतिथि से भव्य सीताराम विवाह महोत्सव का शुभारंभ होता है।
पुजारी जी 51वीं पुण्यतिथि महोत्सव बड़े ही हावभाव के साथ सोमवार को मनायी जायेगी। जिसमें रामनगरी के संत धर्माचार्यो आचार्य श्री को श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन करेंगे। पुण्यतिथि महोत्सव के साथ ही मंदिर में भव्य श्री सीताराम विवाह महोत्सव का दिव्य शुभारंभ हो जाता है।
यह उत्सव विअहुति भवन के वर्तमान महंत वैकुण्ठ शरण जी महाराज के पावन अध्यक्षता में मनाया जा रहा है।इस विवाह महोत्सव में तृतीया तिथि को राम जी का तिलक, चतुर्थी को मंडप पूजन, किशोरी जी की हल्दी, मटकोर व पंचमी तिथि 8 दिसंबर को भव्य विवाह महोत्सव, श्री राम बारात का आयोजन होगा। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मंदिर के पाठक जी ने बताया कि द्धितीया तिथि होने पर हमारे आचार्य श्री बड़े पुजारी जी महंत रामशंकर शरण जी महाराज की सोमवार को 51वां पुण्यतिथि महोत्सव बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ मनाया जायेगी। उन्होंने बताया कि इसी के साथ मंदिर में विवाह महोत्सव शुरू हो गया। पंचमी तिथि 8 दिसंबर को पूरे रीति-रिवाज के साथ भगवान श्री सीताराम जी का भव्य विवाह महोत्सव मंदिर में मनाया जाता है। इसके बाद अगले दिन दूल्हा सरकार का कुंवर कलेवा कार्यक्रम होता है। कार्यक्रम में अष्टमी तिथि को चौथारी पूजन होगा। इस मौके पर मंदिर के संत साधक व शिष्य परिकर मौजूद रहेंगे।