सातवी पुण्यतिथि महंत रामदास व महंत परशुराम दास महाराज के संयोजन में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई





महंत रामविलास दास बाबा संतो असहाय व गरीबों की सेवा में तत्पर रहते थे और सेवा को ही धर्म मानते थे: महंत परशुराम दास
अयोध्या। सिद्ध पीठ संकट मोचन हनुमान किला मंदिर के संस्थापक साकेतवासी श्री महंत रामविलास दास जी महाराज की सातवी पुण्यतिथि श्री महंत रामदास व महंत परशुराम दास महाराज के संयोजन में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। श्री महाराज जी के पुण्यतिथि के अवसर पर सुंदरकांड का पाठ और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। खाक चौक और संकट मोचन हनुमान किला मंदिर के महंत परशुराम दास जी महाराज ने बताया कि पूज्य महाराज जी बाईपास पर आश्रम बनाकर के संतो असहाय व गरीबों की सेवा में तत्पर रहते थे और सेवा को ही धर्म मानते थे। हमेशा अपने शिष्यों भक्तों को सेवा का ही धर्म मानने का उपदेश दिया करते थे। श्री महाराज जी भजन में तल्लीन रहते थे।
महंत परशुराम दास ने बताया कि सेवा धर्म मानते थे और हमेशा शिष्यों को बताते रहते थे कि परमात्मा के मिलने का सबसे सरल रास्ता परमार्थ निस्वार्थ भाव से सेवा ही है। श्री महाराज जी बाईपास के किनारे रहते थे जो भी गरीब असहाय भूला भटका आश्रम में पहुंचा था सब की सेवा निस्वार्थ भाव से करते थे। श्री महाराज जी के सातवीं पुण्यतिथि पर अयोध्या के संतो ने भाव रूपी श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री महाराज जी को खाकचौक के श्री मंहत बृजमोहन दास , दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास, निर्वाणी अनी अखाड़ा के श्री महंत मुरली दास, हनुमान बाग के महंत जगदीश दास, श्रीराम वल्लभ कुंज के अधिकारी राजकुमार दास, जगतगुरु रामदिनेशाचार्य, महंत गौरी शंकर दास, महंत बलराम दास, महंत राम कुमार दास, राजेश पहलवान, महंत सनद कुमार दास, हरिद्वार से महंत ईश्वर दास, बाल योगी महंत रामदास, खाकचौक के पुजारी महंत रामचरण दास, श्रीराम कथा के मर्मज्ञ चंद्रांशु महाराज, महंत दामोदर दास, महंत विजय रामदास, समाजसेवी विकास सिंह, अमर सिंह, विनोद सिंह, भाजपा मंत्री विपिन सिंह बब्लू, डॉ एमपी यादव , श्री चंद्र यादव सहित सैकड़ो संतो महंतों श्रद्धांजलि अर्पित की।