24 घंटे में 2 बार बदला रंग, पहले भगवे से हरा किया तो विवाद बढ़ा, अब हुआ लाल
अयोध्या। यूपी में चुनाव के नतीजे तो 10 मार्च को आएंगे, पर रामनगरी अयोध्या में सरकारी अधिकारियों के आवास के बोर्ड के बदलते रंगों से सियासी चर्चा गर्मा गई है। अयोध्या के जिलाधिकारी आवास के बोर्ड ने 24 घंटे में 3 रंग देख लिए। पहले यह बोर्ड भगवा रंग का लगा था, जिसे बुधवार को बदलकर हरा कर दिया गया। इसके बाद हलचल मच गई थी। फिर उसको लाल रंग का कर दिया।
अयोध्या के साधु-संतों ने इस पर नाराजगी जताई। तरह-तरह की चर्चाएं होने के बाद डीएम ने पीडब्ल्यूडी को फटकार लगाई, इसके बाद देर रात इसका रंग बदला गया। अब यह लाल रंग का है। संयोग की बात है कि प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी की टोपी का रंग भी लाल है।
यह मामला जानकारी में आने के बाद डीएम नीतीश कुमार ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई थी। इसके बाद विभाग ने बोर्ड का रंग बदल दिया। पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस में डीएम अयोध्या का अस्थायी आवास है। प्रशासन के ताजा रुख के बाद अयोध्या के संतों ने खुशी जताई है। हालांकि, पर्यटन विभाग ने रामलला मंदिर, हनुमानगढ़ी आदि मंदिरों और मार्गों से जुड़े बोर्ड पहले से ही हरे रंग के लगाए हैं। अचानक डीएम आवास के बोर्ड का रंग हरा होने को लोग सत्ता में बदलाव की आहट से जोड़कर देख रहे थे।
दरअसल, यूपी में योगी सरकार बनने के बाद डीएम आवास के बोर्ड का रंग भगवा किया गया था। हरे रंग का बोर्ड लगाने को लेकर सियासत में कई मायने निकाले जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि यह अयोध्या के अधिकारियों की बेचैनी का सबूत है। लोगों का तो यहां तक कहना है कि कई अधिकारी भी सियासत के मौसम वैज्ञानिक होते हैं।
फिलहाल यह बात लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग इसके फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। उधर, डीएम नीतीश कुमार का कहना है कि बोर्ड के रंग बदलने की इस कार्रवाई को लेकर लोक निर्माण विभाग बता सकता है। हमें इसके बारे में जानकारी नहीं है। बता दें कि प्रदेश सरकार के पसंदीदा डीएम रहे अनुज कुमार झा को चुनाव से ठीक पहले अयोध्या से हटा दिया गया था। उन पर भगवाधारियों के काफी करीबी होने के आरोप लग रहे थे।
