जन्मदिन #विशेष –
यूँ तो जबसे होश सम्हाला कई ऐसे ब्यक्तियों से प्रभावित हुआ हूँ जिनसे मिलकर, जिनसे बातें करके और जिनका सानिध्य प्राप्त करके जीवन में काफ़ी कुछ सीखने, जानने, समझने के अलावा जीवन को देखने का एक नज़रिया हासिल हुआ है। उनमें से कुछ राजनीतिक हस्तियां हैं, तो कुछ कारोबारी, कुछ साहित्य जगत से हैं, और कुछ अध्यात्मिक… और खुशकिस्मती से इस फेहरिस्त में लगभग सभी धर्म के लोग शामिल हैं।
कभी किसी फ़कीर के साथ बैठा तो घंटों बैठा रह गया, तो कभी किसी साधू की संगत में बैठे उन्हें सुनता रह गया, कभी सड़क किनारे फुटपाथ पर बैठे लोगों के साथ बैठकर उनके हालात समझने का अनुभव भी हासिल किया। कभी किसी की झोपड़ी का मेहमान बना तो कभी किसी पांच सितारा होटल में किसी के साथ बैठकर एक कप चाय भी पी। कभी किसी से एकांत में बैठे जीवन को समझा तो कभी किसी के साथ हजारों की भीड़ के सामने मंच साझा करके ज़िन्दगी का फलसफा सीखा और इन सबसे कहीं ना कहीं किसी बात को लेकर बड़ा प्रभावित हुआ।
पर एक चेहरा अक्सर नज़र के सामने आकर इस कदर प्रभावित कर जाता है की जब-जब वो चेहरा सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफार्म पर नज़र आता है वाकी सारी चीजें बहुत पीछे छूट जाती हैं और हाथों की उंगलियां फोन को मिनिमाइज्ड करके सीधा गूगल का रुख़ कर लेती हैं और फिर रात का कोई पहर गूगल, शिवपाल जी और शिवपाल जी के प्रति हमारी जिज्ञासाओं के नाम हो जाता है, और फिर उनसे जुड़ी ना जाने कितनी खबरें, ना जाने कितने किस्से, ना जाने कितने इंटरव्यू और ना जाने कितनी बातों को पढ़ते, देखते, सुनते अक्सर लम्बा समय गुजर जाता है। पर हर बार की तरह जिज्ञासा खत्म होने के बजाय पहले से और ज्यादा बढ़ जाती है।
सफलता के शिखर पर पहुँचने के बावजूद उनका अपनी मिट्टी से जुड़े रहना, अपने बड़े भाई माननीय श्री मुलायम सिंह यादव जी “नेताजी” के प्रति उनकी अनन्त श्रद्धा और समर्पण, बचपन की उनकी परवरिश, परिवार के प्रति उनका गहरा लगाव त्याग और समर्पण, राजनीति में उनका संघर्ष, और फिर आखिर में हिंदी और हिंदी साहित्य, काब्य और कवियों के प्रति उनका प्रेम इतना कि कवि सम्मेलनों में हमने उन्हें प्रारम्भ से अंत और देर रात तक पूरी ऊर्जा के साथ बैठकर कवियों का उत्साह बढ़ाते देखा, भले ही अगली सुबह कितनी भी ब्यस्तता हो। कुल मिलाकर इस एक शख्सियत को आप जिस भी रूप में देखेंगे, पढ़ेंगे और सुनेंगे आप एक अलग दुनियां की अविस्मरणीय यात्रा पर निकल जाएंगे आपके वो क्षण ज़िन्दगी के ऐसे यादगार क्षण बन जाएंगे जिन क्षणों में आप संघर्ष और साहस का सबसे बेजोड़ अनुभव करने का सुख प्राप्त करेंगे।
शिवपाल सिंह यादव जी की संघर्ष क्षमता तो कमाल है ही पर उन्हें पढ़ना और सुनना भी उतना ही शानदार अनुभव है जितनी उनकी राजनीति, राजनीति में कामयाबी की बुलन्दी छू लेने के बावजूद राजनीति की चकाचौंध से अछूते सैफई की धरती के इस सपूत ने ये साबित किया है की छल, कपट, फरेब से इतर एक ऐसा सीधा और सच्चा रास्ता भी है जो किसी छोटे से गाँव से शुरू होकर कामयाबी के उस शिखर तक़ जाता है जहां आप दुनियां में सबसे अलग और उजले नज़र आते हैं।
ऐसे राष्ट्रधर्म को प्रमाणिकता से जीने वाले, एक दूरदर्शी, प्रामाणिक, वीरता व विनय संपन्न ब्यक्तित्व श्री शिवपाल सिंह यादव जी को आज उनके जन्मदिन पर शतायु होने की भगवत चरणों में प्रार्थना करता हूँ।
राजनीति में आप जैसे दिब्य ब्यक्तित्व होने से हम गौरवान्वित हैं। अमर प्रताप सिंह