सनातन धर्म को मानने वाले माता वैष्णो देवी की महिमा गाते नहीं थकते: महंत जगदीश दास

हनुमान बाग की ऐसी पौराणिक मान्यता यहां पर मांगी हुई हर मुराद होती है पूरी
अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या में शक्ति की आराधना का क्रम जारी है।धार्मिक नगरी के प्रमुख देवी मंदिरों में मां भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। ब्रह्म मुहूर्त में शारदीय नवरात्र में पूजा करने के लिए भक्त श्रद्धालु मंदिरों में कतारबद्ध नजर आ रहे।
रामनगरी अयोध्या के प्रसिद्ध पीठ श्री हनुमान बाग मंदिर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर आस्था का केंद्र बना हुआ है। मंदिर ज्यादा पुराना नहीं, लेकिन सभी अयोध्या वासी इस मंदिर में दर्शन करने जरूर पहुंचते हैं। यहां पर माता वैष्णो देवी का दिव्य भव्य मंदिर बना हचा है। दूसरी ओर मंदिर में सभी देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। मंदिर की स्थापना हनुमान बाग सेवा संस्थान दिया किया गया है। हनुमान बाग की सेवा पूजा की चर्चा पूरे रामनगरी में रहती है। यहां पर प्रतिदिन भंडारा लगाया जाता है। जिसकी इच्छा पूरी होती है वे लोग भी भंडारा की सेवा करके जाते हैं। हनुमान बाग के वैष्णो माता मंदिर में महंत जगदीश दास महाराज के सानिध्य में सेवा पूजा होती हैं। मंदिर में राम दरबार, हनुमानजी का मुख्य दरबार, शिवजी, भगवती, गणेश जी का मंदिर बना हुआ है। मंदिर में लक्ष्मी माता का भव्य मंदिर निर्माणाधीन है। मंदिर पर सुबह से ही भक्त श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी नजर आई। घंटे घड़ियालों के मंगल ध्वनि के बीच सुबह से ही कतारबद्ध होकर श्रद्धालुओं ने पूजन अर्चन किया।हनुमान बाग की ऐसी पौराणिक मान्यता है कि यहां पर मांगी हुई हर मुराद पूरी होती है।
महंत जगदीश दास महाराज कहते है कि नवरात्र में मंदिर में विशेष पूजा होती है। मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने लगी है। मंदिर में इन दिनों जाप होता है। यहां सच्चे मन से पूजा करने वालों की मुराद पूरी होती है। महंत जी कहते है कि सनातन धर्म को मानने वाले माता वैष्णो देवी की महिमा गाते नहीं थकते हैं। हमारे धर्मशास्त्रों में कलयुग में लोगों के कष्ट हरने के लिए देवी-देवताओं के नामजप के साथ-साथ कथाएं भी बेहद उपयोगी बताई गई हैं। स्थान और काल में भेद की वजह से कथाओं में भी कुछ अंतर पाए जाते हैं। मंदिर की व्यवस्था में पुजारी योगेंद्र दास, सुनील दास, रोहित शास्त्री लगे हुए है।