हनुमान बाग में आयोजित रामकथा में धूमधाम से मनाया गया सीताराम विवाहोत्सव

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August 24, 2022

माता सीता भक्ति और शक्ति का रूप है और शिव धनुष अंहकार का प्रतीक: रामेश्वरबापू 

अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता, अनि अखाड़ा के महासचिव महंत गौरीशंकर दास, तुलसीदास छावनी के महंत जनार्दन दास व छपिया स्वामी नारायण मंदिर के देव स्वामी सहित दर्जनों संतों का अभिनन्दन किया महंत श्री चंदेश्वर बापू

अयोध्या। व्यक्ति के जीवन में नियम का होना अति आवश्यक है। जिनके जीवन का कोई नियम नही होता उनका जीवन उमर भर भटकता रहता है। जीवन के अच्छे कर्मों को यज्ञ कहा गया है। यह बात हनुमान बाग में श्रीराम कथा महोत्सव के छठवे दिवस सीताराम विवाह महोत्सव की कथा के दौरान प्रख्यात कथावाचक रामेश्वरबापू हरियाणी ने कही।  रामकथा में संत साधक रसमयी आनंदमयी सागर में गोता लगा रहे है। कथा में श्री सीताराम विवाहोत्सव का बहुत ही सुंदर वर्णन करते हुए बापू जी ने यज्ञ के महत्व को बताते हुए कहा कि जब जीवन में यज्ञ समाप्त को जाता है तो जीव का तेज और बल दोनो की समाप्त हो जाते हैं। राम विवाह के प्रसंग में उन्होंने बताया कि माता सीता भक्ति और शक्ति का रूप है और शिव धनुष अंहकार का प्रतीक है। कथा में भगवान श्रीराम के विवाह प्रसंग पर व्यास पीठ से मंगल गीत गाए गए। भगवान श्री राम सीता लक्ष्मण के स्वरूप की आरती उतारी गई। बापू जी ने कथा के मर्म का संदेश दिया कि जीवन में बिना त्याग तपस्या संतोष के किसी भी प्रकार का सुख और आनंद प्राप्त नही किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि संसार में गुरु तत्व ही इन सभी साधनों के दाता है।बापू ने बाताया की राम की कृपा बिना जीनव मे विवेक आता नही है। उन्होंने कहा कि राम कृपा प्राप्त करने के लिए राम चरित मानस की कथा जरूर सुनना चाहिए।  रामकथा व्यक्ति को पथ दिखाती ही। संसार और भौतिक सुविधा मे डुबे हूए व्यक्ति को कथा दर्शन कराती। राम चरित मानस मे व्यक्ति की हर समास्या समाधान छुपा हुआ है। बस उन  समाधान  खोजना है और समाधान तब ही मीलता है। 

आज कथा मे रामसीताराम का विवाह हुआ। बापू ने बताया की विवाह आनी दो आत्मा का मिलन है उनमे केवल काम नही है लेकिन मर्यादित रूप से जीवन जीया जाय तो राम भी मिलते है। आज की कथा में अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता, अनि अखाड़ा के महासचिव महंत गौरीशंकर दास, हरिद्वार से चल कर आये स्वामी विश्वेश्वरनंद,तुलसीदास छावनी के महंत जनार्दन दास व छपिया स्वामी नारायण मंदिर के देव स्वामी, महंत मेघनाथ दास,पुजारी राजकुमार दास सहित दर्जनों संतों का अभिनन्दन महंत श्री चंदेश्वर बापू ने किया।महोत्सव की अध्यक्षता महंत श्री चंदेश्वर बापू सीताराम कुटीर शीलज अहमदाबाद कर रहे। हनुमान बाग मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत जगदीश दास महाराज का सानिध्य इस महोत्सव को मिल रहा। इस मौके पर सुनील दास, रोहित शास्त्री, गोलू दास सहित बड़ी संख्या में संत साधक मौजूद रहें।

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