रामनाम संकीर्तन, भव्य रामार्चान पूजन व वृहद भंडारा के साथ तीन दिवसीय कार्यक्रम का हुआ समापन

महंत बलराम दास महाराज व पातेपुर स्टेट युवराज महंत विश्वमोहन दास जी महाराज ने संतो का किया परम्परागत स्वागत
अयोध्या। मल्लविद्या के पुरोधा हिंद केसरी की उपाधि से विभूषित बड़े पहलवान बाबा हरिशंकर दास जी महाराज की 6वीं पुण्यतिथि के पावन स्मृति में हनुमानगढ़ी पर तीन दिवसीय भव्य कार्यक्रम का समापन आज वृहद भंडारे के साथ किया गया। कार्यक्रम में गुरुवार को रामनाम संकीर्तन व शुक्रवार को भव्य रामार्चान पूजन किया गया। जिसमें विशिष्ट संत धर्माचार्यों का महंत बलराम दास महाराज व नागापना महोत्सव पट्टी सागरिया के अध्यक्ष पातेपुर स्टेट युवराज महंत विश्वमोहन दास जी महाराज ने अभिन्नदन किया। मल्लविद्या के पुरोधा हिंद केसरी की उपाधि से विभूषित बड़े पहलवान बाबा हरिशंकर दास ने देश ही नही पूरे विश्व में कुश्ती को एक अलग पहचान दी है। देश के माने हुए पहलवानों में शुमार अयोध्या के मशहूर संत हिंद केसरी बाबा हरिशंकर दास पहलवान का नाम आता है। बाबा हरिशंकर दास बड़े पहलवान की 6वीं पुण्यतिथि पर तीन दिवसीय का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का समापन आज वृहद भंडारे के साथ किया गया। कार्यक्रम के आयोजक महंत बलराम दास जी महाराज ने बताया कि हर वर्ष वह आज के इस पुनीत दिन पर 101 गरीब कन्याओं का सामुहिक विवाह कराते थे। यह आयोजन वह अपने दुलहादेपुर दरियाबाद वाले आश्रम पर कराते थे। विगत दो वर्ष से कोरोना के कारण सामुहिक विवाह का कार्यक्रम नही हो पा रहा है। अगले वर्ष और भी बड़े पैमाने पर कार्यक्रम होगा। महंत बलराम दास ने कहा कि आज तीन दिवसीय महोत्सव का भव्य दिव्य समापन हो रहा है। इसमें पातेपुर स्टेट युवराज महंत विश्वमोहन दास जी महाराज व लक्ष्मी नारायण पाठक लल्लू पाठक के साथ सभी शिष्यों आश्रम से जुड़े भक्तों के सहयोग से होता है। पातेपुर स्टेट युवराज महंत विश्वमोहन दास जी महाराज ने कहा कि पूज्य महाराज जी के 6वें पुण्यतिथि पर हम सब शामिल हुए है। आज बड़ा ही पुनीत दिन है। आज भी बड़े महाराज जी की कृपा हम सभी पर बनी है। ऐसे ही लगातार लोगों की सेवा होती रहे भगवान की यही कृपा है। कार्यक्रम में हनुमानगढ़ी के गद्दी नशीन श्रीमहंत प्रेमदास महाराज, हनुमानगढ़ी के शीर्ष श्रीमहंत ज्ञानदास महाराज, जगद्गुरू रामानन्दाचार्य स्वामी रामदिनेशाचार्य, संकट मोचन सेना के अध्यक्ष महंत संजय दास, महंत माधव दास, महंत रामकुमार दास, महंत रामप्रसाद दास, महंत रामभूषण दास कृपालु, महंत बृजमोहन दास, महंत रामकिसुन दास, संकट मोचन हनुमान किला के महंत परशुराम दास,महंत सत्यदेव दास,महंत मलखान दास,महंत रामजीशरण, महंत विजयरामदास, महंत धर्मदास, महंत रामनरेश दास पुजारी हेमंत दास, पुजारी रमेश दास, पुजारी राजूदास, महामंडलेश्वर आशुतोष दास सहित बड़ी संख्या में संत साधक मौजूद रहे।