मां सरयू को विधिविधान पूर्वक अर्पित की गई चुनरी


दर्शन भवन में प्राकट्योत्सव का छलक रहा उल्लास
अयोध्या। जानकीघाट स्थित रामानंद जी का मंदिर दर्शन भवन में प्राकट्योत्सव के क्रम में बृहस्पतिवार को भव्य शोभायात्रा निकाली गई। यह शोभायात्रा मंदिर से निकलकर सरयू तट पर पहुंची जहां मां सरयू को विधिविधान पूर्वक चुनरी अर्पित की गई।दर्शन भवन में प्राकट्योत्सव का उल्लास छलक रहा है।
प्राकट्योत्सव के दूसरे दिन गुरूवार को सुबह श्री विश्वनाथ गाै सेवा मंदिर में भक्ताें द्वारा सामूहिक रूप से गाै माता का पूजन-अर्चन किया गया। उसके बाद दर्शन भवन मंदिर से महंत डॉ. ममता शास्त्री के कुशल मार्गदर्शन में गाजे-बाजे व हाथी-घाेड़ा संग दिव्य और भव्य शाेभायात्रा निकाली गई। जाे पूरी रामनगरी में काैतहूल का विषय बनी रही। मयूर नृत्य ने शोभायात्रा की भव्यता बढ़ा दी। महंत डॉ. ममता शास्त्री ने बताया कि शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए सरयू तट पहुंची, जहां मां सरयू को वैदिक मंत्रोच्चारों के मध्य चुनरी अर्पित की गई। अनुष्ठानों की कड़ी में गौ माता का पूजन भी हुआ। संध्याकाल में मंदिर में विराजमान नर्वदेश्वर भगवान की भस्म आरती की गई। देर रात में ठाकुर जी व जानकी जी को छप्पन प्रकार के व्यंजनों का भोग भी लगाया गया। बताया कि प्राकट्योत्सव का समापन शुक्रवार को होगा। शाेभायात्रा में प्रिया प्रीतम केलिकुंज पीठाधीश्वर महंत रामगाेविंद शरण, शुकदेव दास, विजय कुमार, सुप्रीमकोर्ट अधिवक्ता अशोक कुमार मिश्र, राकेश कुमार सिंह पटना, राजगाेपाल चाैधरी व मीनाक्षी चाैधरी हैदराबाद, गीता झालानी जयपुर, अमरनाथ पांडेय कुशीनगर, इंदुबाला सिन्हा मुजफ्फरपुर, डॉ. कर्नल सिंह बिहार आदि समेत बड़ी संख्या में संत-महंत, भक्तगण शामिल रहे।