बीमार हुए भगवान जगन्नाथ हो रहा है प्राकृतिक उपचार,अन्न और जल का कर दिया है त्याग
ज्येष्ठ पूर्णिमा पर 108 घड़ों के ठंडे जल से स्नान करने के कारण जगन्नाथ जी, बड़े भाई बलराम और छोटी बहन सुभद्रा हो गए बीमार
प्राचीन राम कचेहरी मंदिर के कपाट हुए बंद, 25 को मंदिर में मनाई जायेगी संस्थापक आचार्य की पुण्यतिथि,27 को निकलेगी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा
मंदिर में करीब तीन सौ साल पुराने भगवान कृष्ण, बलभद्र और सुभद्रा जी है विराजमान: महंत शशिकांत दास
अयोध्या। रथयात्रा महोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। रथयात्रा 27 जून को परंपरागत ढंग से निकाली जाएगी। उधर, हर साल की तरह इस साल भी भगवान जगन्नाथ ज्येष्ठ पूर्णिमा पर गर्मी में अत्याधिक स्नान करने के बाद से बीमार चल रहे हैं। उन्होंने अन्न और जल त्याग दिया है। उनका प्राकृतिक उपचार किया जा रहा है। प्राचीन राम कचेहरी मंदिर में भगवान के शीघ्र स्वस्थ के लिए हो रहा है विशेष पूजन व प्राकृतिक उपचार।
भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को 108 घड़ों के जल से स्नान कराया जाता है। इस स्नान को सहस्त्रधारा स्नान के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि 108 घड़ों के ठंडे जल से स्नान करने के कारण जगन्नाथ जी, बड़े भाई बलराम और छोटी बहन सुभद्रा बीमार हो जाते हैं और एकांतवास में चले जाते हैं।
जब तक ये तीनों एकांतवास में रहेंगे, मंदिर के कपाट नहीं खुलेंगे। ठीक होने के बाद जब तीनों बाहर आते हैं, तब भव्य रथयात्रा निकाली जाती है। रामनगरी में दर्जनों मंदिरों से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकालने की परंपरा है। इसमें देश के कोने-कोने से लोग पहुंचते हैं। कई मंदिरों में अनुष्ठान भी शुरू हो गए हैं। राम कचहरी मंदिर, चारों धाम व प्राचीन जगन्नाथ मंदिर में रथयात्रा उत्सव जारी है। राम कचहरी मंदिर की करीब तीन सौ साल पुराने मंदिर में भगवान कृष्ण, बलभद्र और सुभद्रा विराजमान हैं। राम कचहरी मंदिर के महंत शशिकांत दास बताते हैं कि इन दिनों भगवान बीमार चल रहे हैं। इसलिए मंदिर का पट बंद कर पुजारी भगवान के आहार में पथ्य व अपथ्य का ध्यान रख रहे हैं। सुबह-शाम बाल भोग में काढ़ा और राजभोग में खिचड़ी प्रस्तुत करते हैं। यह सिलसिला आषाढ़ कृष्ण चतुर्दशी यानी 25 जून तक चलेगा। उन्होंने कहा कि 25 को हमारे मंदिर के संस्थापक आचार्य स्वामी अम्बर दास जी महाराज की पुण्यतिथि मनाई जाएगी जिसमें नगरी के संत धर्माचार्य आचार्य श्री को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसी के बाद 27 को भगवान की भव्य दिव्य रथयात्रा निकलेगी।