फटिक शिला बगही धाम आश्रम में साकेतवासी महंत रामाज्ञा दास महाराज काे चतुर्थ पुण्यतिथि पर शिद्दत से किया गया याद

अयाेध्या। सरयू के पावन तट स्थित प्रसिद्ध श्री फटिक शिला बगही धाम आश्रम के साकेतवासी महंत रामाज्ञा दास महाराज काे चतुर्थ पुण्यतिथि पर शिद्दत से याद किया। आश्रम परिसर में मंगलवार काे श्रद्धांजलि सभा का आयाेजन हुआ। जिसमें रामनगरी के संत-महंताें ने पूर्वाचार्य महंत के चित्रपट पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया और कृतित्व-व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर फटिक शिला पीठाधीश्वर महंत शुकदेव दास महाराज ने कहा कि साकेतवासी महंत हमारे गुरू भाई रहे। वह उन्हें बड़े भ्राता के रूप में मानते थे, जिनकी आश्रम परिसर में चतुर्थ पुण्यतिथि मनायी गई। उन्हाेंने बताया कि पूर्वाचार्य महंत त्याग, तपस्या और वैराग्य की प्रतिमूर्ति थे। मंदिर के विकास में हमेशा संकल्पित रहे। हर कार्याें में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया करते थे। वह पूरी तरह से साधुता की मिसाल थे। उनका जितना बखान किया जाए वह बहुत कम ही हाेगा। उनकी भगवान राम सीता के प्रति अनन्य भक्ति रही थी। उन्हाेंने सीताराम नाम काे बहुत महत्व दिया एवं उसी का प्रसार आजीवन करते रहे। आये हुए अतिथियों का स्वागत-सत्कार महंत शुकदेव दास व फटकशिला आश्रम परिवार ने किया। इस माैके पर जगद्गुरु रामानन्दाचार्य स्वामी रामदिनेशाचार्य, मणिरामदास छावनी उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास, रामहर्षण कुंज महंत अयाेध्या दास, कनक महल महंत सीताराम दास महात्यागी, खाक चौक के महंत बृजमोहन दास, महंत अवध किशोर शरण,महंत राघवेश दास, महंत राम कुमार दास,महंत गौरीशंकर दास, महंत रामजीशरण, हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी रमेश दास ,महंत कल्याण दास, करतलिया बाबा आश्रम के महंत बालयोगी रामदास, खाकचाैक के माैनी महाराज, महंत मनीष दास, महंत आनंद दास,मिथिला बिहारी दास, रामनंदन दास आदि माैजूद रहे।