द्धितीय पुण्यतिथि पर शिरोधार्य हुए महंत रामसुखित दास फलाहारी जी महाराज
अयोध्या। राम नगरी के बेगमपुरा स्थित श्री अवध बिहारी कुंज मंदिर की पूर्वाचार्य महंत रामसुखित दास फलाहारी जी महाराज की द्धितीय पुण्यतिथि समारोह बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पुण्यतिथि समारोह में रामनगरी समेत पूरे भारत से आये संतों का समागम हुआ। जिसमें संतों ने अपनी वाक्यमयी पुष्पांजलि भी अर्पित की। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय निर्वाणी अनी अखाड़ा के श्रीमहंत मुरलीदास महाराज ने कहा कि महंत रामसुखित दास फलाहारी महाराज संत परम्परा की अनमोल कड़ी थे। आजे हुए संतो ने अपने अपने विचार रखें। कार्यक्रम के संयोजक अवध बिहारी कुंज के महंत गणेश दास महाराज ने बताया कि गुरुदेव महाराज की द्धितीय पुण्यतिथि समारोह बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ गया। उन्होंने कहा कि गुरुदेव भगवान भजनानंदी संत थे। हमेशा भजन में तल्लीन रहा करते थे। यहा समारोह उनके आशीर्वाद से सम्पन्न हुआ। संत समागम के बाद वृहद भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें रामनगरी के सभी संत महंत शामिल हुए। आये हुए अतिथियों का स्वागत मंदिर के वर्तमान महंत गणेश दास जी महाराज ने किया।इस अवसर पर अखिल भारतीय निर्वाणी अनी अखाड़ा के महंत हमारे काका गुरु मुरली दास महाराज का विशेष अनुग्रह है और सभी पर गुरुदेव भगवान की कृपा बनी रहे यही कामना करते है।कार्यक्रम में राजस्थान, मध्यप्रदेश,उत्तर प्रदेश, गुजरात समेत पूरे भारत से शिष्य परिकर आये हुए थे। इस अवसर पर मणिराम दास छावनी उत्तराधिकारी कमल नयन दास, महंत जनार्दन दास, महंत गिरीश दास, महंत सीताराम दास त्यागी, दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास, महंत राम कुमार दास, महंत उमेश दास सहित हजारों संतों महंतों ने श्री महाराज जी को श्रद्धांजलि अर्पित की।