रहस्यमयी ढंग से गायब महंत के समर्थन में जगदगुरु परमहंस आचार्य ने किया अन्न जल का त्याग


अयोध्या में पुलिस सुरक्षा के बीच महंत रामशरण दास लापता, महंत ने जताया था जान का खतरा
महंत रामशरण दास ने पुजारी रामशंकर दास पर मंदिर पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए उससे अपनी जान का बताया था खतरा
अयोध्या। नरसिंह मंदिर के महंत रामशरण दास उम्र लगभग 80 वर्ष संदिग्ध परिस्थितियों में विगत 10 जनवरी से लापता हैं। इस मंदिर पर अगस्त में हुए कब्जेदारी के विवाद के बाद से ही दो पुलिसकर्मी मंदिर व महंत की सुरक्षा में तैनात हैं। महंत रामशरण दास ने उस समय मंदिर के ही पुजारी रामशंकर दास पर मंदिर पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए उससे अपनी जान का खतरा बताया था। ऐसे में प्रश्न खड़ा हो रहा है कि पुलिसकर्मियों की मौजूदगी के बाद से महंत कहां लापता हो गए और इसकी सूचना पुलिसकर्मियों ने उच्चाधिकारियों को क्यों नहीं दी।
फिलहाल पुलिस ने सोमवार रात एक स्थानीय नागरिक की सूचना पर गुमशुदगी दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि मंदिर में रह रहे लोगों के अनुसार वह माघ मेले में प्रयागराज जाने की बात कह रहे थे। अब उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ बता रहा है। एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया कि मोबाइल की अंतिम लोकेशन भी प्रयागराज मिली है। उन्होंने बताया कि चौकी प्रभारी स्वतंत्र मौर्य उनकी तलाश में प्रयागराज गए हुए हैं।
तो वही जगदगुरु परमहंस आचार्य ने महंत रामशरण दास के समर्थन में अन्न जल का त्याग कर प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय पहुंच कर कमिश्नर,आई जी जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान से मदद की गुहार लगाई। रहस्यमयी ढंग से गायब हुये नरसिंह मंदिर के महंत रामशरण दास का अब तक पता न चलने से आहत है।
जगदगुरु परमहंस आचार्य कहते है जबतक वयोवृद्ध महंत नही मिलते तब तक वह अन्न जल का त्याग करें रहेंगे। प्रकरण का खुलासा और गायब हुये महंत रामशरण दास की बरामदगी की मांग किये। जगदगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि अयोध्या में मंदिर कब्जा करने वाला गिरोह सक्रिय है। इससे पहले जगदगुरु परमहंस आचार्य ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर की है पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की मांग।