जैन मंदिर रायगंज में महापंचकल्याणक महोत्सव आज से

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April 29, 2023

झण्डारोहण के साथ महापंचकल्याणक का होगा भव्य शुभारंभ

 चौबीसी की 720 प्रतिमाएं एवं भगवान ऋषभदेव के मोक्षगामी 101 पुत्रों के साथ भगवान भरत स्वामी की 31 फुट उत्तुंग प्रतिमा का होगा महापंचकल्याणक 

अयोध्या। रायगंज स्थित भगवान ऋषभदेव की जन्मभूमि दिगम्बर जैन बड़ी मूर्ति स्थल पर अनेक उत्सव महोत्सव के साथ 30 अप्रैल से 7 मई तक सम्पन्न होगा महापंचकल्याणक। भगवान ऋषभदेव बड़ी मूर्ति स्थित प्रांगण में अनेक संत महापंचकल्याणक में सम्मिलित होने के लिए ससंघ पहुँच चुके हैं। महोत्सव की सम्प्रेरिका भारतगौरव गणिनीप्रमुख आर्थिकाशिरोमणि श्री ज्ञानमती माताजी, प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका श्री चंदनामती माताजी ससंघ विराजमान हैं। इसी श्रृंखला में आचार्य श्री विपुलसागर जी महाराज, आचार्य श्री विशदसागर जी महाराज ससंघ, मुनि श्री अनुसरणसागर जी महाराज ससंघ सान्निध्य देने के लिए तीर्थ परिसर में पहुँच चुके हैं। 30 अप्रैल को प्रातः महोत्सव झण्डारोहण के साथ प्रारंभ हो जायेगा। समारोह का झण्डारोहण करेंगे श्रावक श्रेष्ठी श्री राजकुमार जैन, ध.प. श्रीमती आशा जैन, वीरा बिल्डर्स, दिल्ली। झण्डारोहण से पूर्व सौभाग्यवती महिलाओं के द्वारा घटयात्रा मंगल कलश लेकर निकाली जायेगी, जिसमें सौभागयवती

महिलाओं के द्वारा घटयात्रा मंगल कलश लेकर निकाली जायेगी, जिसमें सौभागयवती महिलाएं एवं कुंवारी कन्याएं मंगल कलश मस्तक पर लेकर चलेंगी। संस्था के अध्यक्ष एवं पीठाधीश स्वस्तिश्री रवीन्द्र कीर्ति स्वामीजी के निद्रेशन में सम्पूर्ण कार्यक्रम को सम्पन्न किया जायेगा। महोत्सव को विधिविध नपूर्वक सम्पन्न कराने के लिए संहितासूरि प्रतिष्ठाचार्य श्री विजय कुमार जैन- जम्बूद्वीप, मालगांव निवासी पं. वृषभसेन उपाध्ये, लखनऊ नि. अकलंक जैन, तिवरी नि. सतेन्द्र जैन एवं श्री अजीत जैन, आदि विद्वान् अयोध्या पहुंच चुके हैं।

 गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी ने बताया कि वर्तमान चौबीसी के 5 तीर्थकरों की जन्मभूमि है अयोध्या, जिसमें वर्तमान चौबीसी के ऋषभदेव अजितनाथ, अभिनंदननाथ, सुमतिनाथ एवं अनंतनाथ भगवान का जन्मभूमि है। जन्मस्थान टोंक पर विशाल जिनमंदिर बने हुए हैं एवं प्राचीन चरण विराजमान हैं। पंचकल्याणक प्रतिष्ठा एक महापूजा है, जिसमें पाषाण को भगवान बनाने की किया सम्पन्न की जाती है। प्राण प्रतिष्ठा जिनबिम्बों की जाती है। अनेक मंत्रों के द्वारा कुछ पाषाण के अंदर भगवान का स्वरूप प्रगट हो जाता है। 30 अप्रैल को झण्डारोहण, यागमण्डल विधान एवं गर्भकल्याणक की क्रियाएं की जायेंगी। 1 मई को भगवान का जन्मकल्याणक 2 मई को तपकल्याणक 3 मई एवं 4 मई को केवलज्ञानकल्याणक, 5 मई को मोक्षकल्याणक, 6 एवं 7 मई को रत्न की तीस चौबीसी का महामस्तकाभिषेक सम्पन्न किया जायेगा। 30 चौबीसी की 720 प्रतिमाएं एवं भगवान ऋषभदेव के मोक्षगामी 101 पुत्रों की एवं भगवान भरत स्वामी की 31 फुट उत्तुंग प्रतिमा का महापंचकल्याणक संतों के सान्निध्य में सम्पन्न किया जाना है। जिसमें मुख्यरूप से देश के विभिन्न अंचलों से श्रद्धालुगण पधार चुके हैं। कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, उत्तरांचल, बिहार, झारखंड, गुजरात आदि प्रान्तों से भक्तगण बड़ी संख्या में पधार चुके हैं। कार्यक्रम का आकर्षण विशाल ए.सी. पंडाल निर्मित किया गया है, जिसमें विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुति सुप्रसिद्ध गायक विक्की डी. पारिख पधार रहे हैं। कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल को समिति के द्वारा आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम के सौ धर्म इन्द्र श्री अध्यात्म घ.प. श्रीमती अर्पिता जैन, लखनऊ, भगवान के माता-पिता श्री अनिल-अनीता जैन- दिल्ली आने वाले श्रद्धालु भक्तों के लिए भोजन की व्यवस्था श्री जम्बू प्रसाद जैन – गाजियाबाद की तरफ से रहेगी।

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