जैन साध्वी ज्ञानमती माताजी के सानिध्य में सम्पन्न हुआ कार्यक्रम
अयोध्या। श्री भगवान ऋषभदेव जन्मभूमि दिगम्बर जैन मंदिर रायगंज में जैनधर्म के पाँचवें तीर्थंकर भगवान पद्मप्रभु का मोक्ष कल्याणक हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया है। जैन समाज की सर्वोच्च साध्वी गणिनीप्रमुख ज्ञानमती माताजी प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका चंदनामती माताजी के पावन ससंघ सानिध्य में सर्वप्रथम श्रीजी का पंचामृत अभिषेक दूध, दही, घी, सर्वोषधि आदि द्रव्यों से किया गया। सारे विश्व में शांति की कामना को करते हुए भगवान के मस्तक पर शांतिधारा संपन्न की गई। इस अवसर पर भगवान पद्मप्रभु की प्रतिमा का महाभिषेक किया गया एवं निर्वाणकाण्ड पढ़ते हुए भगवान के श्री चरणों में पाँच किलो का निर्वाण लाडू समर्पित करने का सौभाग्य श्री विजय कुमार जैन मंत्री अयोध्या तीर्थक्षेत्र कमेटी ने प्राप्त किया।
इस अवसर पर विजय कुमार ने बताया कि पूज्य माताजी के ससंघ सानिध्य में कार्यक्रम सम्पन्न किया गया। माताजी ने भक्तों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि फाल्गुन कृष्णा चतुर्थी के दिन भगवान पद्मप्रभु ने शाश्वत तीर्थ सम्मेद शिखर की पावन भूमि से मोहन कूट (मंदिर) से अनेक मुनियों के संघ में निर्वाण को प्राप्त किया एवं पद्मप्रभु भगवान का जन्म कौशाम्बी में करोड़ों वर्ष पूर्व हुआ था। कौशाम्बी तीर्थ भगवान के चार कल्याणकों से पावन तीर्थ है। इस तीर्थ पर विशाल मंदिर बना हुआ है। जैन श्रद्धालू भक्त यहाँ पर प्रतिदिन आते हैं। भगवान को मोक्षकल्याणक सभी के लिए कल्याणकारी हो ऐसा पूज्य माताजी ने अपने प्रचवन में कहा सम्पूर्ण कार्यक्रम जैनमंदिर के पीठाधीश स्वस्तिश्री रवीन्द्रकीर्ति जी के सानिध्य में सम्पन्न हुआ शाम को भगवान की 108 दीपकों से आरती सम्पन्न की गई।