नगर निगम के अभिराम वार्ड से निर्दल प्रत्याशी सुल्तान अंसारी ने कहा, लोगों की सेवा करना है उद्देश्य
कहा, रोजा झूठ हिंसा, बुराई, रिश्वत तथा अन्य तमाम गलत कामों से बचने की प्रेरणा देता
अयोध्या। उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। सभी दल अपने अपने प्रत्याशी घोषित कर जीत की गुणा गणित सेट कर रहे है। तो वही रामनगरी अयोध्या नगर निगम के वार्ड संख्या 1 अभिराम दास वार्ड से निर्दल प्रत्याशी ने जैसे ही अपने नाम की घोषणा की वैसे ही अन्य दलों के प्रत्याशियों की बेचैनी बढ़ गई। बेचैनी बढ़ना स्वाभाविक है क्योंकि वो प्रत्याशी कोई और नही बल्कि गंगा जमुनी तहजीब की मिशाल मोहम्मद इरफान अंसारी नन्हे मिंया के पुत्र सुल्तान अंसारी है। नन्हे मिंया को मुसलमान ही नही हिंदू भी बहुत मानता है। क्योंकि हर किसी के सुख दुख में खड़े रहना और लोगों की बढ़चढ़ कर मदद करना नन्हे मिंया में कूटकूट कर भरा है। अपने पिता की इस विरासत को आगे बढ़ाने का जिम्मा उनके पुत्र मोहम्मद इमरान अंसारी व सुल्तान अंसारी ने उठा रखा है। सुल्तान अंसारी अभिराम वार्ड से निर्दल प्रत्याशी के रुप में अपनी घोषणा कर चुके है जिससे सभी दलों के प्रत्याशियों की बेचैनी बढ़ गई हैं। क्षेत्र में जनसम्पर्क करते हुए सुल्तान अंसारी कहते है अभी रोजा चल रहा है। ईद के बाद जनसम्पर्क अभियान बहुत तेज चलाया जाएगा। सुल्तान ने कहा कि इस्लाम धर्म की पांच बुनियादी चीजों में एक रमजान भी है, इसकी खास अहमियत है। यह महीना इस्लाम के सबसे पाक महीने में शुमार किया जाता है। इसमें पूरे महीने अल्लाह की इबादत कर हम नेकी और सवाब की राह पर चलते हैं। साथ ही जिंदगी भी भर अच्छे काम करतें रहने का संकल्प लेते हैं। उन्होंने कहा कि कुरान शरीफ में अल्लाह का हुक्म है कि रमजान का रोजा हर बालिग स्त्री और पुरुष पर फर्ज है। रोजा यानी तमाम बुराइयों से परहेज करना। सनातन और अन्य धर्मों में भी जैसे उपवास का महत्व है, वैसे ही इस्लाम में रोजा का। इसी तरह यदि किसी जगह लोग किसी की बुराई कर रहे हैं तो रोजेदार के लिए ऐसे स्थान पर खड़ा होना मना है। मुसलमान रोजा रखता है, ताकि उसके हृदय में भूखे व्यक्ति के प्रति हमदर्दी हमेशा बनी रहे। रमजान शरीफ में हर नेकी के बदले सवाब 70 गुना अधिक मिलने की बात कही गई है। रोजा झूठ हिंसा, बुराई, रिश्वत तथा अन्य तमाम गलत कामों से बचने की प्रेरणा देता।