श्रीमहंत जगदीश दास महाराज के पावन सानिध्य में संत साधक भगवान को रजत के हिंडोले पर झूला रहें झूलन
अयोध्या। राम नगरी का प्रसिद्ध सावन झूला मेला शनिवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आरंभ हो गया। मंदिरों से गाजे- बाजे के साथ बड़े-बड़े रथ पर भगवान के विग्रह की पालकी यात्रा निकाली गई। मणि पर्वत जाकर मंदिरों के चल विग्रह को पेड़ों की डालों पर पड़े झूले पर प्रतीक रूप में झुलाया गया। इसी के साथ अयोध्या के हजारों मंदिरों में एक साथ झूले पड़ गए। इसे अनादिकाल से परंपरागत रूप मनाया जाता है। भगवान श्रीराम माता जानकी द्वारा सावन मास में की गई आनंद विहार की लीलाओं को आधार मानकर यह उत्सव मंदिरों में होता है। इसी के साथ अयोध्या के मंदिरों में झूलनोत्सव शुरुवात हो गई। यह उत्सव रक्षाबंधन तक यानी सावन पूर्णिमा तक चलेगा।
रामनगरी का अति प्राचीन प्रसिद्ध मंदिर श्री हनुमान बाग मंदिर में श्री महंत जगदीश दास महाराज की अध्यक्षता में भव्य झूलन महोत्सव भक्तों के श्रद्धाकर्षण का केंद्र बना हुआ है। मंदिर में भव्य झूले में बिहार करते श्री भगवान श्री सीताराम की अनुपम छटा का दर्शन कर भक्त निहाल हो रहे हैं। रजत के हिंडोले में भगवान को संत साधक झूला रहें झूलन। इस महोत्सव की भव्यता हनुमान बाग मंदिर की साज सज्जा और भी आनंदित कर रही है। पूरा मंदिर रंग बिरंगे लाइट के झालरों से सजा हुआ है। पूरा हनुमान बाग मंदिर दुल्हन की तरह सजा हुआ है। हर तरह महोत्सव की आनंद में संत साधक गोता लगा रहें। महोत्सव की देखरेख पुजारी योगेंद्र दास, सुनील दास, रोहित शास्त्री, नितेश शास्त्री आदि कर रहें है।
इसी प्रकार रामनगरी के कनक भवन, दशरथ राज महल बड़ा स्थान, जानकी महल ट्रस्ट, कोशलेश सदन, श्रीमणिराम छावनी, सियाराम किला, वेद मंदिर, लक्ष्मणकिला, जानकीघाट बड़ास्थान, श्यामा सदन, वैद्यजी मंदिर, रंगमहल, लवकुश मंदिर सहित अन्य मंदिरों में श्रावण झूलनोत्सव की धूम है।