फ्लाईओवर बढ़ाए जाने से ग्रामीणों में बढ़ी नाराजगी
एनएचआई और पीएनसी से हाईकोर्ट ने मांगा हलफनामा
अयोध्या। कुमारगंज शिवनाथपुर में बन रहे फ्लाईओवर को लेकर मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। जहां से एनएचआई और पीएनसी से जवाब दाखिल करने को कहा गया है। मामला शिवनाथपुर प्राइमरी पाठशाला का है। एनएचआई और पीएनसी की ओर से कुमारगंज फोरलेन पर एक तरफ 800 मीटर फ्लाईओवर बढ़ा दिया गया। वह भी सरकारी जमीन के बजाए आबादी के क्षेत्र में।जिस तरह 800 मीटर बढ़ाया गया है उसका जोरदार विरोध गांव वालों ने किया। बताया जा रहा है कि एनएचआई और पीएनसी द्वारा यह कहा गया है कि यहां पर कोई प्राइमरी पाठशाला व मैदान नहीं है। पीएनसी की रिपोर्ट को समाजसेवी राजन पांडे द्वारा उच्च न्यायालय में एक पीआईएल दाखिल की गई। जिसमें कोर्ट ने डीएम से भी अपनी रिपोर्ट देने को कहा है कि प्राइमरी पाठशाला है या नहीं और इसके बनने से गांव वालों को कोई असुविधा तो नहीं होगी। बताया जा रहा कि जितने में फ्लाईओवर बनाया गया है मात्र 200 मीटर छोड़ दिया जाए तो पूरे फ्लाईओवर में मात्र एक तरफ आबादी है दूसरी तरफ नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय की जमीन है। दूसरी तरफ वन विभाग की जमीन है। शिवनाथ पुर गांव से जहां से दोनों तरफ आबादी शुरू होती है वहीं तक फ्लाईओवर रोक करके दीवाल दोनों तरफ बना दी जा रही है। इस मामले को लेकर के सांसद लल्लू सिंह के पास भी ग्रामीण गए थे। बताया कि शिवनाथ पुर ग्राम सभा एक कैदखाना हो गया है। क्योंकि इस गांव के तीनों तरफ नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय की 8 फीट ऊंची बाउंड्री है इस नाते गांव के सामने दीवाल बन जाने से शिवनाथपुर गांवसभा कैद हो जाएगा। लोगों को अपने खेतों में जाना है तो कम से कम डेढ़ किलोमीटर का चक्कर लाया करके हाईवे क्रॉस करके जाना पड़ेगा। प्राइमरी के बच्चे हाईवे पार करके स्कूल पहुंचेंगे और रोज उनको कम से कम 3 किलोमीटर चलना पड़ेगा इस संबंध में कई बार अधिकारियों को पत्र लिखा गया लेकिन कोई उसका असर नहीं।