मंदिर में गीत संगीत की त्रिवेणी के साथ हुआ विशाल भंडारा

वेदपाठी बटुकों व वृद्ध महिलाओं का हुआ विशेष सम्मान
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या के प्रसिद्ध पीठों में शुमार श्रावण कुंज मंदिर में बुधवार की देरशाम भजन संध्या की बड़ी सुंदर महफिल सजी। जिसमें गीत संगीत व अध्यात्म की त्रिवेणी की रसधार बही। इस भजन संध्या के समापन पर सौकड़ों वेदपाठी बटुकों व माई बाड़ा व वृद्धा आश्रम की महिलाओं का विशेष सम्मान किया गया। समापन बेला पर विशाल भंडारा किया गया। महोत्सव धूमधाम से मनाया गया एवं भव्य झांकी सजी। महोत्सव को पीठ की वर्तमान पीठाधीश्वर महंत रामेश्वरी देवी ने अपना संयोजकत्व प्रदान किया। महोत्सव की अध्यक्षता प्रसिद्ध पीठ श्री हनुमान बाग के श्रीमहंत जगदीश दास जी महाराज ने किया।
सायंकाल भोग, आरती पूजन उपरांत मंदिर के पट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए थे। श्रद्धालुगण विराजमान भगवान श्री सीताराम जी युगल सरकार का दर्शन बारी- बारी से करते रहे। मठ में दर्शन-पूजन का सिलसिला सायंकाल से प्रारंभ होकर देररात्रि तक चलता रहा। गर्भगृह से लेकर पूरा मंदिर प्रांगण अनेकानेक फूलों से आच्छादित रहा, जिसकी सुगंध बरबस ही श्रद्धालुओं को अपनी ओर खींच रही थी। रंग-बिरंगे विद्युत झालरों की रोशनी से मंदिर परिसर अलोकित रहा। भजन संध्या का आयोजन हुआ जिसमें रामनगरी के नामचीन कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से उत्सव में चार चांद लगा दिया। इससे महोत्सव में शमां बंध गई और श्रोतागण मंत्रमुग्ध हो गए। हनुमान बाग के श्रीमहंत जगदीश दास महाराज जी व श्रावण कुंज की महंत रामेश्वरी देवी ने कलाकारों को न्यौछावर भी भेंट किया। संत-महंत और भक्तगणों को भगवान के भजन संध्या महोत्सव का प्रसाद वितरित किया गया। महोत्सव में विशेष सहयोग श्रीकेशरी टीला मधुर माधुरी कुंज के महंत रामप्रिया शरण महाराज का रहा। कार्यक्रम के मुख्य यजमान मुजफ्फरपुर के उघोगपति रमेश टिकमानी ने वृद्ध महिलाओं व वेदपाठी बटुकों का विशेष रूप से सम्मान किया। कार्यक्रम के सह यजमान मुरली ठाकुर बोकारो, रोशन राय सासाराम रहें। कार्यक्रम की देखरेख में हनुमान बाग के सुनील दास, रोहित शास्त्री रहें।महोत्सव पर काफी संख्या में संत-महंत, धर्माचार्य, भक्तगण सम्मिलित हुए।