रामनगरी के होटल में किशोरी से हुई अभद्रता
13 वर्षीय किशोरी के साथ होटल के ही एक कर्मचारी ने देर रात कमरे में घुसकर की अभद्रता
पीड़ित परिवार ने न्याय की लगाई गुहार, डर के मारे परिवार रातोंरात भागा बिहार,भयभीत होकर रात में ही छोड़ी अयोध्या
खाने में नशीला पदार्थ देने का आरोप, बेटी के कमरे में घुसा होटल मालिक का साला
होटल के स्टॉप ने स्वीकारा हुई थी रात में घटना,सीओ अयोध्या ने कहा – वीडियो के आधार पर होगी जांच,धार्मिक नगरी में श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर बड़ा सवाल
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या के सप्तसागर कॉलोनी स्थित श्रीराम पैलेस होटल में ठहरे बिहार के एक परिवार की 13 वर्षीय किशोरी के साथ होटल के ही एक कर्मचारी द्वारा देर रात कमरे में घुसकर अभद्रता करने का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार ने पूरे घटनाक्रम का 4 मिनट 25 सेकेंड का वीडियो जारी कर अयोध्या जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है। परिवार इतना भयभीत हो गया कि घटना के कुछ ही घंटों बाद रात में ही बीमार पत्नी और बच्चों को लेकर ट्रेन से बिहार लौट गया।
मूल रूप से बिहार के भोजपुर जिले के आरा निवासी एक व्यक्ति अपनी पत्नी, 13 वर्षीय बेटी और दो छोटे बच्चों के साथ लखनऊ आईपीएल मैच देखने गया था। वहां से 29 मई को वह अयोध्या पहुंचे। ई-रिक्शा चालक की मदद से उन्होंने सप्तसागर कॉलोनी स्थित श्रीराम होटल में दो कमरे लिए। दिनभर परिवार ने हनुमानगढ़ी सहित अन्य धार्मिक स्थलों के दर्शन किए।
मंदिर में उनकी पत्नी की तबीयत अचानक बिगड़ गई। वह मंदिर की लाइन में ही बेहोश हो गईं। मंदिर प्रशासन ने तत्काल उन्हें श्रीराम अस्पताल में भर्ती कराया, जहां करीब तीन घंटे के इलाज के बाद रात 11:30 बजे उन्हें छुट्टी दे दी गई। इसके बाद परिवार होटल लौट आया।
पीड़ित ने आरोप लगाया कि रात 11:30 बजे होटल की ओर से उन्हें भोजन दिया गया। खाना खाते ही परिवार को गहरी नींद आ गई, जिससे उन्हें शक है कि भोजन में कोई नशीला पदार्थ मिलाया गया था। रात करीब 1:30 बजे अचानक उनकी बेटी की चीख सुनाई दी। जब कमरे की लाइट जलाया तो कमरे में सौरभ गुप्ता नामक युवक खड़ा था। पूछने पर उसने कहा कि वह हालचाल पूछने आया था। पत्नी की तबीयत खराब होने के चलते सभी लोग एक ही कमरे में सो रहे थे। पीड़ित ने असमंजस होते हुए बताया कि किस तरह वह कमरे में पहुंचा पता नहीं, जबकि कमरा अंदर से बंद किया गया था। बाद में पता चला कि वह होटल मालिक का साला है।
घटना से सहमे परिवार ने रात दो बजे ही होटल छोड़ दिया और अयोध्या रेलवे स्टेशन पहुंचकर पहली ट्रेन पकड़कर बिहार लौट गए। पिता ने बताया कि उनके पास ज्यादा पैसे नहीं थे, इसलिए पुलिस या प्रशासन से उस समय संपर्क करना संभव नहीं था। घर लौटने के बाद उन्होंने वीडियो जारी कर पूरी घटना का खुलासा किया और प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की।
राम पैलेस के स्टाफ ने भी इस बात को स्वीकार किया। मैनेजर आदित्य गुप्ता ने कैमरे पर स्वीकार किया कि उनके होटल में 29-30 मई की रात सौरभगुप्ता द्वारा किशोरी के साथ अभ्रदता किया गया था।
अयोध्या के क्षेत्राधिकारी (सीओ) आशुतोष तिवारी ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं थी, लेकिन अब वीडियो संज्ञान में आया है। इसकी जांच की जाएगी और यदि होटल संचालक या उसका कर्मचारी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना न सिर्फ पीड़ित परिवार के लिए बल्कि अयोध्या जैसे धार्मिक और पर्यटन नगरी के लिए भी शर्मनाक है। देशभर से हजारों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं और यदि होटलों में इस तरह की घटनाएं होंगी, तो यह आस्था पर भी चोट है और पर्यटन पर भी असर डालेगा। स्थानीय प्रशासन और पुलिस को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल और कठोर कदम उठाने की जरूरत है।