सुग्रीव किला के संस्थापक आचार्य रामानुजाचार्य स्वामी पुरूषाेत्तमाचार्य जी चौथी पुण्यतिथि पर भगवान राजराजेश्वर सरकार का 36 वां ब्रह्मोत्सव व वैकुंठ उत्सव का छाया उल्लास


अयोध्या। राम मंदिर आन्दोलन का मुख्य केंद्र रहा श्री सुग्रीव किला के संस्थापक आचार्य रामानुजाचार्य स्वामी पुरूषाेत्तमाचार्य जी महाराज का वैकुण्ठाेत्सव बड़े ही हावभाव के साथ मनाया जा रहा है।
प्राचीन ऐतिहासिक दिव्य देश सिद्धपीठ श्री सुग्रीवकिला में जगद्गुरु पुरुषोत्तमाचार्य महाराज जी की के चौथी पुण्यतिथि पर भगवान राजराजेश्वर सरकार का 36 वां ब्रह्मोत्सव व वैकुंठ उत्सव पर भव्य शोभायात्रा गाजेबाजे के मंदिर से निकली। मंदिर में पीठाधीश्वर जगद्गुरू रामानुजाचार्य स्वामी विश्वेश प्रपन्नाचार्य महाराज के श्री मुख से श्रीमद् भागवत कथा की अमृत वर्षा हो रही है।
सुग्रीवकिला पीठाधीश्वर जगद्गुरू रामानुजाचार्य स्वामी विश्वेश प्रपन्नाचार्य महाराज ने ने बताया कि उत्सव महोत्सव जीवन में भक्ति मार्ग को बढ़ाता है इसीलिए सनातन परंपरा में निरंतर उत्सव की परंपरा बनाई गई है जिससे लोगों के जीवन में उल्लास बना रहे और मनुष्य ठाकुर जी के चरणों में अपने जीवन को समर्पित रखें।ऐतिहासिक दिव्य इस वैकुण्ठाेत्सव का संयोजन जगद्गुरू रामानुजाचार्य स्वामी विश्वेश प्रपन्नाचार्य महाराज व देखरेख मंदिर के मुख्य पुजारी स्वामी अनंत पद्मनाभाचार्य जी ने किया।