महामण्डलेश्वर महावीर दास ने आए हुए सन्त-महन्त और विशिष्टजनाें का किया स्वागत-सत्कार
अयोध्या। रामनगरी के नयाघाट स्थित विश्वविराट विजय राघव मन्दिर में स्थापित विश्व विराट भगवान का 15 वां प्राकट्याेत्सव मंगलवार काे धूमधाम से मनाया गया। इस माैके पर भगवान के विग्रह काे अनेकों सुगंधित पुष्पाें से सजाया गया, जिसकी मनाेरमता देखते हुए बन रही थी। प्राकट्याेत्सव के अवसर मन्दिर परिसर में अनेकों धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न हुए। मंगलवार की सुबह विश्व विराट भगवान का भव्य श्रृंगार कर आरती उतारी गई। तदुपरांत संत-महंताें व भक्तगणों का विशाल भण्डारा सम्पन्न हुआ। भण्डारे में हजाराें की संख्या में लाेगाें ने भगवान के प्राकट्य महाेत्सव का प्रसाद ग्रहण किया। महाेत्सव काे विश्वविराट विजय राघव मन्दिर के संस्थापक महन्त सिद्धबाबा नरसिंह दास महाराज ने अपनी सानिध्यता प्रदान की। इस माैके पर सिद्धबाबा ने कहाकि यह बहुत ही सुखद पल है कि हम सब रामनगरी में विश्व विराट भगवान का प्राकट्याेत्सव मना रहे हैं। भगवान अपने भक्ताें पर महती कृपा रखते हैं। सिर्फ सच्चे मन से भगवान की आराधना की जाए। ताे जीव का कल्याण सम्भव है। अन्त में सिद्धबाबा नरसिंह दास महाराज के उत्तराधिकारी महामण्डलेश्वर महावीर दास ने आए हुए सन्त-महन्त और विशिष्टजनाें का स्वागत-सत्कार किया। प्राकट्याेत्सव के अवसर पर मुख्य रूप से मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महन्त कमलनयन शास्त्री, माैनी माझा महन्त रामप्रिया दास, वैद्य मन्दिर के महन्त राजेन्द्र दास, खड़ेश्वरी मन्दिर महन्त रामप्रकाश दास, महन्त अर्जुन दास, महन्त रामप्रसाद दास व महन्त बलराम दास हनुमानगढ़ी, गद्दी नशीन के शिष्य युवा नागा संत मामा दास,महंत पवन कुमार शास्त्री, महन्त मनमाेहन दास, महन्त रामकुमार दास, स्वामी छविराम दास, नीरज शास्त्री, पार्षद पुजारी रमेश दास, भरत दास, पुजारी जयमंगल दास आदि संत-महंत व भक्तगण उपस्थित रहे।