
: 'माफी मांगें प्रेमानंद महाराज', अनिरुद्धाचार्य के बयान पर भी भड़के तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर
Sat, Aug 2, 2025
'माफी मांगें प्रेमानंद महाराज', अनिरुद्धाचार्य के बयान पर भी भड़के तपस्वी छावनी पीठाधीश्वरकन्याओं से माफी मांगे प्रेमानंद- जगतगुरु परमहंसाचार्यकहा, अनिरुद्धाचार्य को व्यास पीठ से उठा देंगे,मौलाना साजिद रशीदी का बयान आया, वह बयान नारी के खिलाफ थामथुरा। रामनगरी के सबसे प्राचीन छावनी तपस्वी जी की छावनी पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंसाचार्य महाराज कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है, इसके साथ ही उन्होंने प्रख्यात संत प्रेमानंद महाराज के बयान पर कहा कि उनकी शब्दावली सही नहीं है।भगवान श्रीकृष्ण की पावन नगरी मथुरा पहुंचे तपस्वी जी की छावनी पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंसाचार्य महाराज कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। जगतगुरु परमहंसाचार्य ने कहा कथा वाचक इस तरह से कह रहे है निश्चित रूप से इसमें दो कारण है या तो ज्ञान का अभाव है या अहंकार है सुना तो मुझे बड़ा दुख लगा, लड़कपन है. अभी बचपन में इतना पैसा मिल गया इतना सम्मान मिल गया तो नहीं पच पा रहा है, मौलाना साजिद रशीदी का बयान आया, वह बयान नारी के खिलाफ था।
प्रख्यात संत प्रेमानंद महाराज के बयान पर कहा, जब मैं संत प्रेमानंद जी का बयान सुना तो मुझे इतना दुख हुआ की श्रीजी की उपासना करने वाला व्यक्ति कन्याओं को लेकर इतना घटिया बयान कैसे दे सकता है, कन्या का मतलब श्रीजी होता है, अगर प्रेमानंद जी को ना पता हो तो उनको इस तरह नहीं बोलना चाहिए। परमहंसाचार्य महाराज ने कहा, 'आप कह रहे हो की 100 में से 2- 4 बच्चियां ही पवित्र हैं, भले ही आपके भाव अच्छे हो लेकिन आपकी (प्रेमानंद) शब्दावली सही नहीं है.'
परमहंसाचार्य ने यह भी कहा, संत प्रेमानंद से श्रीजी नाराज हैं और श्री जी रो रही हैं, इसलिए संत प्रेमानंद बयान जारी करें. वह सभी कन्याओं से माफी मांगे की उनके मुख से गलत निकला है। जगतगुरु ने कहा, लोग कन्या पूजन करते हैं, जो प्रेमानंद कन्याओं के लिए कह रहे हैं उसको सुनकर कान फट रहे हैं, ह्रदय फट रहा है , इसलिए संत प्रेमानंद क्षमा मांगे।
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य पर उन्होंने कहा, अनिरुद्धाचार्य मात्र शक्ति के लिए दोबारा कभी भी इस तरह की शब्दाली का प्रयोग करता है, तो व्यास पीठ पर कभी ना बैठे. उनको यह बताया जा रहा है, नहीं तो हम लोग जाकर व्यास पीठ से उठा देंगे. साथ ही किसी तरह से यह न समझ लें कि धर्म को धंधा बनाकर के और माता बहनों बेटियों को अपमान करते रहेंगे और हम लोग चुप बैठे रहेंगे। मथुरा पहुंचने पर जगतगुरु परमहंसाचार्य महाराज का वृंदावन के संतों ने जोरदार स्वागत किया।