: जगद्गुरु श्री द्वाराचार्य पद पर प्रतिष्ठापित हुए कृपालु राम भूषण देवाचार्य जी महाराज

बमबम यादव
Mon, Feb 3, 2025
जगद्गुरु श्री द्वाराचार्य पद पर प्रतिष्ठापित हुए कृपालु राम भूषण देवाचार्य जी महाराज
श्री अखिल भारतीय श्री पंच रामानंदीय दिगंबर अखाड़ा के श्री अर्जुनदेवाचार्य पीठ समुद्रकूप झूसी प्रयागराज के जगद्गुरु श्री द्वाराचार्य पद पर प्रतिष्ठापित हुए
अखंडता का दिव्य भव्य संदेश दे रहा महाकुंभ: जगद्गुरु श्री द्वाराचार्य कृपालु राम भूषण देवाचार्य
प्रयागराज। महाकुंभ मेला में हुए हादसे के बाद योगी सरकार द्धारा व्यवस्था और भी चाक चौबंद कर दी गई, मेला प्रशासन ने मेलार्थियों के लिए और भी सुगम संगम स्नान करने की व्यवस्था कर दी। बसंत पंचमी के अमृत स्नान को देखते हुए व्यवस्था अच्छी से अच्छी कर दी गई है। तो वही रामनगरी अयोध्या के चक्रवर्ती सम्राट राजा दशरथ जी का राजमहल के पीठाधीश्वर बिंदुगाद्याचार्य महंत देवेंद्रप्रसादाचार्य जी महाराज के कृपापात्र शिष्य मंगल भवन पीठाधीश्वर श्रीमहंत कृपालु रामभूषण दास जी महाराज को तीनों अनि अखाड़ा, चतु सम्प्रदाय एवं इससे संबंधित महामंडलेश्वरो के समक्ष आम सहमति से श्री अखिल भारतीय श्री पंच रामानंदीय दिगंबर अखाड़ा के श्री अर्जुनदेवाचार्य पीठ समुद्रकूप झूसी प्रयागराज के जगद्गुरु श्री द्वाराचार्य पद पर प्रतिष्ठापित किया गया। बिंदुगाद्याचार्य महंत देवेंद्रप्रसादाचार्य जी महाराज के कृपापात्र शिष्य मंगल भवन पीठाधीश्वर श्रीमहंत कृपालु रामभूषण दास जी महाराज श्री अर्जुनदेवाचार्य पीठ समुद्रकूप झूसी प्रयागराज के जगद्गुरु श्री द्वाराचार्य पद पर प्रतिष्ठापित होने के बाद पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहते है कि जहां भी भारत की सनातन संस्कृति पहुंची है, वहां के लोगों ने इसे स्वीकार किया है, आप दुनिया के किसी भी देश में चले जाइए, लोग भारत की संस्कृति से जुड़ाव महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि 1 फरवरी को मुझे श्री अर्जुनदेवाचार्य पीठ समुद्रकूप झूसी प्रयागराज के जगद्गुरु श्री द्वाराचार्य पद पर प्रतिष्ठापित किया गया है। पद की मर्यादा व प्रतिष्ठा सदैव बनायें रखेंगे। जगद्गुरु श्री द्वाराचार्य कृपालु राम भूषण देवाचार्य जी महाराज ने कहा कि जितना सकारात्मक माहौल होता है, उतनी ही चुनौतियां होती हैं. सनातन धर्म एक विराट वट वृक्ष है. इसे हमें बचाकर रखना है. 'महाकुंभ का संदेश एकता से ही अखंड रहेगा देश'. अगर भारत सुरक्षित रहेगा, तभी सनातन धर्म और हम सब सुरक्षित हैं. भारत सुरक्षित है तो हर संप्रदाय और पंथ सुरक्षित है. अगर भारत के पर कोई संकट आता है तो सनातन धर्म पर संकट आएगा. सनातन धर्म पर संकट आएगा तो भारत के अंदर कोई भी पंथ या संप्रदाय नहीं बचेगा. अपने आप को सुरक्षित नहीं महसूस करेगा. संकट की नौबत न आने पाए, इसके लिए एकता का संदेश दे रहा है महाकुंभ. अखंडता का संदेश महाकुंभ दे रहा है. इसी पवित्र भाव के साथ महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। इस मौके बिंदुगाद्याचार्य श्रीमहंत देवेंद्रप्रसादाचार्य जी महाराज, रसिक पीठाधीश्वर श्रीमहंत जन्मेजय शरण, जगद्गुरू रामानन्दाचार्य स्वामी रामदिनेशाचार्य, श्रीराम बल्लाभाकुंज के अधिकारी राजकुमार दास, हनुमानगढ़ी से जुड़े महंत गौरीशंकर दास, पत्थर मंदिर के महंत मनीष दास, राम कचेहरी चारोधाम मंदिर के महंत शशिकांत दास, राम महल वैदेही भवन के महंत रामजी शरण सहित तीनों अनि के श्रीमहंत, महासचिव, चतु सम्प्रदाय के श्रीमहंत, सम्बंधित महामंडलेश्वर मौजूद रहें।
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